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COVID-19 ( कोविड-19 )

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को कोरोना वायरस की महामारी को नया नाम कोविड-19 (COVID-12480019) दिया।कोविड-19 एक नई बीमारी है, जो नवल (नए) ...

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को कोरोना वायरस की महामारी को नया नाम कोविड-19 (COVID-12480019) दिया।कोविड-19 एक नई बीमारी है, जो नवल (नए) कोरोना वायरस (सार्स-कोव-2) की वजह से होती है जिसे इंसान में पहले कभी नहीं देखा गया था।कोरोनावायरस के बहुत से प्रकार होते हैं और इनमें वह भी शामिल हैं जो आमतौर पर ऊपरी श्वसनतंत्र (साइनस, नाक की नली, जल आदि जाने की नलिका और कंठ) में हल्की बीमारी पैदा करता है।कोविड-19 से अब तक दुनिया में लगभग 16.4 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि लगभग 50,34,000 लोगों की मौत हो चुकी है।

 

कोविड-19 के संक्रमण मध्य चीन के वुहान शहर में 2019 के मध्य दिसंबर में हुई। हुत से लोगों को बिना किसी कारण निमोनिया होने लगा और यह देखा गया की पीड़ित लोगों में से अधिकतर लोग वुहान सी फूड मार्केट में मछलियाँ बेचते हैं तथा जीवित पशुओं का भी व्यापर करते हैं। चीनी वैज्ञानिकों ने एक नई नस्ल की पहचान की जिसे 2019-nCoV प्रारंभिक पदनाम दिया गया। 20 जनवरी 2020 को चीनी प्रीमियर ली केकियांग ने नावेल कोरोनावायरस के कारण फैलने वाली निमोनिया महामारी को रोकने और नियंत्रित करने के लिए निर्णायक और प्रभावी प्रयास करने का आग्रह किया। 20 मार्च 2020 तक थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, जापान, ताइवान, मकाऊ, हांगकांग, संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर, वियतनाम, भारत, ईरान, इराक, इटली, कतर, दुबई, कुवैत और अन्य 160 देशों में पुष्टि के मामले सामने आए हैं।

किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 उन लोगों से हो सकता है जिनमें इस वायरस का संक्रमण है। जब कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छीकता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है। ये बेहद नन्ही बूंदें उस व्यक्ति के आस-पास की दूसरी चीजों और सतहों पर भी गिर सकती है। दूसरा व्यक्ति उस सामान या सतह के संपर्क में आने के बाद अपने मुंह, नाक या आंख को छूने से भी कोविड-19 से संक्रमित हो सकता है। लोग संक्रमित व्यक्ति के खांसने या सांस छोड़ने से निकली बूंदों को सांस के जरिए अंदर लेने से भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि बीमार व्यक्ति से 3-6 फीट या 1-2 मीटर दूर रहा जाए। इसलिए जिन लोगों में लक्षण नहीं हैं, उनके साथ भी एक तय शारीरिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस से बचने के उपायो में 22 -मार्च के दिन संकल्प और संयम के रूप में जनता कर्फ्यू की अपील देशवासियों से की। संक्रमित व्यक्ति से 3-6 फीट या 1-2 मीटर दूर रहा जाए।  इसलिए जिन लोगों में लक्षण नहीं हैं, उनके साथ भी एक तय शारीरिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है। आधिकारिक सलाह में आम तौर पर अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता और नियमित रूप से हाथ धोने के लिए कहने तक सीमित है। जो लोग खुद को संक्रमित होने का संदेह करते हैं, उन्हें सर्जिकल मास्क पहनने और चिकित्सा सलाह के लिए डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा जाता है। बहुत सारे देशों ने या तो मुख्यभूमि चीन, हुबेई प्रांत, या सिर्फ वुहान की यात्रा के खिलाफ चेतावनी जारी की है।

वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 23 जनवरी 2020 को वुहान से बाहर और अन्दर आने-जाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया. उड़ानें, ट्रेनें, सार्वजनिक बसें, मेट्रो प्रणाली और लंबी दूरी के ट्रेनों को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिए गया। बड़े पैमाने पर एकत्रीकरण और समूह में पर्यटन को भी निलंबित कर दिया गया है। 24 जनवरी 2020 तक, वुहान सहित हुबेई के कुल 15 शहरों को भी इसी तरह के क्वारंटाइन के तहत रखा गया है। 27 और 28 जनवरी 2020 को, पहले अपने हवाई अड्डे और इंटरसिटी बस को बंद करने के बाद, शिंजियांग ने क्रमशः अपने रेलवे स्टेशनों को बंद कर दिया और सभी नौका परिचालन को निलंबित कर दिया।

क्वेरैंटाइन का मतलब है संक्रामक बीमारी की जद में आ चुके लेकिन अब तक लक्षण विकसित नहीं हुए किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह को ऐसे लोगों से अलग रखना, जो इस वायरस की जद में नहीं आए हैं। क्वेरैंटाइन का उद्देश्य इस बीमारी के फैलाव को रोकना है। किसी व्यक्ति को कोविड-19 जैसे वायरस के संपर्क में आने के 10 दिन के अंदर ही लक्षण विकसित हो जाते हैं। इसलिए जिन लोगों के वायरस के संपर्क में आने का डर है, उन्हें 10 दिन के लिए अलग रखना जरूरी होता है। इस अवधि के दौरान वे अलग नहीं रहे तो बीमारी को दूसरों में भी फैला सकते हैं। क्वेरैंटाइन की अवधि के बाद माना जाता है कि उनसे इस बीमारी के फैलाने का डर नहीं है।

कोविड-19 के मुख्य लक्षण बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है। बीमार को थकान, बदन दर्द और नाक जाम होना, गले में खराश, स्वाद या सूघने की क्षमता घटना और उल्टी-दस्त की समस्या भी हो सकती है; हालांकि कुछ लोग जो इससे संक्रमित हो जाते हैं, उनको कोई भी लक्षण नहीं होते। इससे संक्रमित होने वाले अधिकांश लोगों को किसी विशेष इलाज की जरूरत नहीं होती। लेकिन कुछ लोग बेहद गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं और उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगती है।

कोविड-19 का खतरा कम करने के लिए मेरा परिवार क्या कदम उठा सकता है?

कोविड-19 से बीमार होने के खतरे को कम करने के लिए बचाव के उपाय आप खुद भी रोजाना अपनाएं और साथ ही अपने घर के सभी लोगों को भी ऐसा करने के लिए कहें। ये कदम खास तौर पर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए जरूरी हैं:

  • बीमार लोगों से नजदीकी संपर्क से बचें।
  • अगर आप बीमार हैं तो इलाज करवाने के अलावा घर पर ही रहें।
  • फेस कवर या मास्क पहनें।
  • खांसी करते समय या छींकते समय कोहनी के अंदरूनी हिस्से से मुंह को ढकें या टिशू पेपर का उपयोग कर उसे डस्टबीन में फेकें। इसके बाद अपने हाथ धोएं।
  • अपने हाथ को साबुन और पानी से अच्छी तरह 20 सेकेंड धोएं, खास तौर पर नाक को साफ करने के बाद, खांसने या छींकने के बाद, शौचालय के प्रयोग के बाद और भोजन बनाने या खाना खाने के पहले।
  • अगर साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हों तो आप अल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो। हाथ अगर गंदे दिख रहे हैं तो अवश्य उसे साबुन और पानी से धोएं।
  • जिन सतहों को लोग बार-बार छूते हैं, उनको साफ और कीटाणुमुक्त करें (जैसे फोन, दूसरे एलेक्ट्रॉनिक सामान, टेबल, काउंटर, बिजली उपकरणों के स्विच, दरवाजे के हैंडल और आल्मारियों के हैंडल)
  • टीका लगवाएं।






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